AutorRTJD बर्फ का रेगिस्तान : अंटार्कटिका महाद्वीप - Incognita Island

अंटार्कटिका महाद्वीप : पृथ्वी के सात महाद्वीप में से इकलौता ऐसा महाद्वीप जहा पर मनुष्य नहीं रहता है । यह कुल 150 लाख वर्ग किलो मीटर में एक ...

बर्फ का रेगिस्तान : अंटार्कटिका महाद्वीप

/
0 Comments

अंटार्कटिका महाद्वीप : पृथ्वी के सात महाद्वीप में से इकलौता ऐसा महाद्वीप जहा पर मनुष्य नहीं रहता है । यह कुल 150 लाख वर्ग किलो मीटर में एक विशालकाय क्षेत्रफल में बसा हुआ है । यहां पर धरती का न्यूनतम तापमान पाया जाता है क्यों की यह जिस बर्फ की चादर में लिपटा हुआ है उसकी मोटाई ही 1.5 किलो मीटर की है । यह महादीप दक्षिण ध्रुव के समीप स्थित है , यह धरती धरती का पांचवा विशालमहादीपदीप है जो 98 % बर्फ से ढका हुआ है । 
अंटार्कटिका का इतिहास :  माना जाता है 17 वी शताब्दी से ही इसकी खोज प्रारंभ हो चुकी थी मगर नियमित रूप से सन् 1774 ईसवी में ब्रिटिश अन्वेषक जिसका नाम जेम्स कुक था उसने इसकी मौजूदगी का पता लगाया । अनुमान लगाया जाता है की 11600 वर्षो पूर्व अंटार्कटिका बर्फ से ढका न होकर एक साधारण शहर हुआ करता था जिसे अटलांटिक या अटलांटा नाम दिया गया । 
अंटार्कटिका का आकर्षण : इस महाद्विप का मुख्य आकर्षण बिंदु इसकी अद्भुत झीले है । लगभग 150 झीलों का सौंदर्य देखने और इसका आनंद उठाने के लिए देश - विदेश से पर्योटको की भिड़ लगी रहती है । आखिर क्यों न आए ? इसकी सौंदर्यता को देख हर कोई दीवाना हो जाता है इसका । कई चलचित्र फिल्मों में इसकी सुंदरता की झलक दिखाई फिल्माई जाती है । यहां लगभग 900 अनमोल खाने और 70 से अधिक प्रकार की जीव - प्रजातियां का निवास है । यहां जो मुख्य जीवधारी है वो हम सबका चहेता पेंगुइन है , इस महाद्विप पर इसकी बहुलता है । इसके अलावा भी अन्य प्रजातियां जैसे - सिल , व्हेल , पीसू इत्यादि पाई जाती है । यह महाद्विप अपने आप में संपत्तिशाली और पूर्ण प्राकृतिक है , यहां पर सीसा , तांबा और यूरेनियम जैसी बहुमूल्य खनिज उपलब्ध है ।  
 वर्तमान स्थिति : अंटार्कटिका महाद्वीप पर कई वैज्ञानिक स्टेशन केंद्र स्थापित किया जा चुके है । भारत ने भी अपना गंगोत्री केंद्र स्थापित कर चुका है । भारत के अलावा संयुक्त राज्य अमरीका (U.S.A.) , रूस , चीन , पेरू , कोरिया  और अर्जेंटीना शामिल है । जैसे - जैसे इस महाद्विप के रहस्य से पर्दा उठता जा रहा है दुनिया का ध्यान इसकी तरफ खींचा चला आ रहा है । हालही ही में और भी नए प्रोजेक्ट तैयार किए जा रहे है इस महाद्विप पर जीवन बसावट के उपलक्ष्य में । हां मगर कुछ देशों ने इस पर आपत्ति जताई है और विरोध किया है ।  क्योंकि नवीकरण और शहरीकरण से अंटार्कटिका का अस्तित्व खतरें में हो सकता है । 


क्रेटर ( crater ) - अंटार्कटिका पर काफी बड़े बड़े क्रेटर बने है , कहा जाता है क्रेटर अन्य गृह से आए एलियन द्वारा निर्मित है । दरअसल ये उल्कापिंड या किसी प्रकार चट्टान के गिरने से एक बड़ा सा गड्ढा बन जाता है ।
 हिमस्खलन ( avalanche ) - इस महादीप पर हिमस्खलन होना एक आम बात है । ऐसी ढलान वाली जगह पर जहा बर्फ के ढहने से उसका बहाव एक तूफान का रूप धारण कर लेता है , वही avalnche है ।  

हिमशेल ( iceberg )   - अंटार्कटिका पर काफी मात्रा में बड़े और विशाल iceberg होते है । ये कभी कभी मिस्र के पिरामिड जेसे भी विशालकाय होते है । ये चौकोर , तिकोने , और वृत्त आकर में पाए जाते है , इनका 9 गुना भाग पानी में डूबा होता है ये उत्प्लावन बल का उपयोग कर तैरता रहता है ।  
मतभेद : अंटार्कटिका में समय समय पर प्राकृतिक घटनाएं होती है जो लोगो को आश्चर्य में डाल देती है । कई लोगो ने इसे अन्य दुनिया की छेड़छाड़ करने का दावा और उनके यहां हस्तक्षेप का दावा भी करते है । कई पर्योटको ने उड़नतश्तरी के वहा देखे जाने का विश्वास दिलाते है । और यह एक मात्र ऐसा महाद्विप भी है जहा कोविड संक्रमण का प्रकोप निष्क्रिय देखा गया । वाकई में अंटार्कटिका कितना अजीब हैं न ? आपको क्या लगता है हमें अपने विचार अवश्य दे ।  

           

           👇इसे भी पढ़े 

              क्यों खतरें में है सेंटिनल आइलैंड ?

           🌐हमसे सम्पर्क करने के लिए नीचे दिए गए लिंक को टच करे 

               Incognita Island



 



You may also like