AutorRTJD चांदन बाबा पहाड़ - Incognita Island

  चांदन बाबा का पहाड़ का शाब्दिक अर्थ होता है " चांद का पहाड़ " जो सबसे ऊंचे पहाड़ को कहा जाता है ।

चांदन बाबा पहाड़

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चांदन बाबा का पहाड़ का शाब्दिक अर्थ होता है " चांद का पहाड़ " जो सबसे ऊंचे पहाड़ को कहा जाता है । जिस को रात में देखने पर चांद के समीप जैसा प्रतित होता है । चांदन बाबा एक मात्र ऐसा पहाड़ होंगा जहा पर दो धर्म इस्लाम और हिंदू के देवत्त्व का स्थल है । यहां पहाड़ की चोटी पर इन दोनो धर्म के मंदिर बने हुए हैं जो लोगो का ध्यान आकर्षित कर देते है । इतना ही नहीं यहां आने वाले श्रद्धालु भी बिना भेदभाव और स्वार्थ किए इन दोनो मंदिर में अपने घुटने टेकते है और मन्नत पूरी करते है । कहते है इन दोनो धर्म के पहाड़ से मांगी हर मन्नत पूरी होती है , क्यों न हो आखिर दो अन्य धर्म के देवता का संगम जो है । यात्री यहां ज्यादा तादात में नहीं आते मगर पहाड़ पर चढ़ावा कभी कम नहीं होता है। यह पहाड़ मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के ताकियापानी गांव के पास के जंगल में स्थित है । जिले में सर्वाधिक ऊंचा और बड़ा पहाड़ है ये , मगर अभी भी कई लोगो की नजर से छुपा हुआ है। इस पहाड़ के आस पास झीलें , नाले और ऊंची-ऊंची खाइयों से इसकी शोभा और भी बड़ जाती हैं। चांदन बाबा दूर जंगलों में बसा होने के कारण यहां पर्याप्त यात्रियों का आवागमन बना रहता है जिस वजह से इसकी प्रसिद्धि इतनी फैली हुई नही है । पहाड़ की चढ़ाई के मात्र दो ही रास्ते है एक तो साधारण रास्ता है जहा से अक्सर लोगो का चलन रहता है और दूसरा खतरनाक पतली पगडंडी से निकलता है जो चट्टानों और झाड़ियों से घिरा है। इस पहाड़ की पवित्रता तब और भी बड़ जाती है जब इसका इतिहास हमे पता चलता है । कुछ वर्षों पूर्व यह पहाड़ भी वीरान और खाली था , तब नजदीक के गांव का एक किसान ने मजाक - मजाक में कह दिया था " ये ट्रैक्टर अगर इस पहाड़ पर चढ़ गया तब मैं हमेशा के लिए ट्रैक्टर वहा छोड़ दूंगा । " और फिर होना क्या था ट्रैक्टर पहाड़ पर चढ़ गया बीना किसी रुकावट के ये देख सबके लोगो की आस्था जाग गई इस पहाड़ के प्रति । उस किसान ने भी वादे के मुताबिक ट्रैक्टर वही छोड़ दिया दो धर्म के मंदिरों के बीचों - बीच । वो ट्रैक्टर आज भी वही खड़ा है हालाकि समय और हवाओ की मार ने इसके कुछ पुर्जों को कमजोर कर दिया है । इससे भी बड़ी हैरानी तब होंगी जब मैं ये कहूं की इस पहाड़ पर पानी की पनघट भी है । ये सुनने में अजीब लगेगा मगर यहीं सच है , ये प्रकृति का करिश्मा है या और कुछ मगर इतने ऊंचे पहाड़ पर पानी का उपलब्ध होना और क्या होंगा ? और भी कई अजूबे है इस पहाड़ पर मगर उनको तभी अपनाया जा सकता है जब हम इस पहाड़ की महनाता को अपनी आंखों से देखे । चांदन बाबा के चारो तरफ ऊंची - ऊंची खाईयां और कोई बड़े पहाड़ न होने के कारण इसकी दृश्ता 50 से 60 किलो मीटर की दूरी पर भी नजर आ जाती है । ये पहाड़ इतना ऊंचा है की अगर कोई इंसान इसकी चोटी से गिर जाए तो उसकी लाश तक नसीब न होंगी 
इन खाइयों के बीच कई जंगली जानवरों का बसेरा है और झीलें भी मगर वहा रहने वाली जंगली जाती के कबीलों के दहशत से वहा कोई नहीं जाता । चांदन बाबा की विशालता की झलक दूर से और भी सुंदर और भव्य लगती है । कई नालों का उद्गम चांदन बाबा की बदौलत है , जो दूर - दूर जाकर कई जीवों की प्यास बुझाते है । चांदन बाबा के जंगल में कई बेशकीमती जड़ी - बुटिया उगती है , असाधारण पेड़ और पौधे जिनका और कही मिलना असंभव है । पहाड़ के अलावा और भी देखने लायक नमूने है जेसे - सात तिलस्मी पत्थर , गुफाएं , दो प्रेमियों का स्मृति स्थल और पवित्र जलकुंड । चांदन बाबा भले ही है तीर्थ स्थल की गिनती में सकता है मगर इसके आज भी कई अनसुलझे पहलू है जिनके रहस्य से लोग परे है । ये पहाड़ भयानक तो है ही साथ में रोमांचक भी है बस सही से इसको समझने वाला चाहिए । चांदन बाबा पहाड़ के बारे में सोशल मीडिया पर भी कोई जानकारी उपल्ब्ध न होने से ये आज भी अनखोजी जगहों की सूची में आता है । इस पहाड़ पर अभी तक कोई जांच पड़ताल न होने के कारण इसका प्रमाणीकरण नहीं हो सका है । चांदन बाबा पर आज भी कई मतभेद है जिनका सही विज्ञापन नही हो पाया है । कुछ लोगो का कहना है की रात को यहां दिव्य शक्तियां का चलन होता है और एक जलता हुआ दीपक भी पूरे पहाड़ पर भ्रमण करता है इत्यादि । जो भी हो मगर आप भी इस पहाड़ पर अपना यादगार वक्त बनाना चाहते है तो ज्यादा सोचिए मत और प्लैनिग करना शुरू कर दीजिए । और आपको चांदन बाबा से संबंध में कुछ पुछना चाहते है तो नीचे दिया गया कॉमेंट बॉक्स आपके लिए ही है । 
















 












 



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