AutorRTJD OTP : ओटीपी क्या होता है One Time Password - Incognita Island

  वर्तमान में पूरा विश्व आधुनिक और डिजिटल हो रहा है और उन्नत तकनीकी का इस्तेमाल कर रहा है । आज का युग इंटरनेट का युग है जहा हर काम नेटवर्क क...

OTP : ओटीपी क्या होता है One Time Password

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वर्तमान में पूरा विश्व आधुनिक और डिजिटल हो रहा है और उन्नत तकनीकी का इस्तेमाल कर रहा है । आज का युग इंटरनेट का युग है जहा हर काम नेटवर्क के जरिए कुछ ही सेकंड्स या मिनट में हो जाता है । कंप्यूटर और संचार सुविधा के आ जाने से हमारे बहुत सारे काम आसान और बेहतर हो गए है । हर देश के नागरिक को पूरी स्वाधिनता है की वो इन सुविधाओ का लाभ ले सके । कुछ लोग इस सुविधाओ का इस्तेमाल अच्छे काम के लिए करता है तो कोई बुराई के लिए करता हैं । हर मनुष्य के इसे इस्तेमाल करने के अपने अपने अलग मकसद होते है । ऐसे में बात आती है सुरक्षा की , सुरक्षा उन लोगो से जो अपने स्वार्थ और दुसरो हो क्षति पहचाने के मकसद से इस तकनीक का प्रयोग करते है । चाहे वो बैंक से सम्बंधित लेन - देन हो या अन्य डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन से रिलेटेड हो सुरक्षा की बात आ ही जाती है । और इसको पर्सनलाइजेशन बनाने के लिए OTP सर्विस  लागू कर दी गई है । आज हम इस ओटीपी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातो के बारे में डिस्कस करेंगे । 


 ● OTP क्या होता है ? 

ओटीपी One Time Password का शॉर्ट फॉर्म है जिसका अर्थ होता है  ' केवल एक समय के लिए कोड ' । यह 4 से 8 अंको या अक्षरों का ऑटो जेनरेट सुरक्षा कोड होता है जो हमे मैसेज या ईमेल द्वारा प्राप्त होता है । यह हमे एक बार मिलता है जिसे हमे वेरिफाई करना होता है । एक निश्चित रिक्वेस्ट्स करने से हमे हर बार यूनिक कोड प्राप्त होता है जो पहले वाले कोड से अलग होता है । इसलिए इसे सिक्युरिटी कोड  (Security Code ) भी कहा जाता है । प्रेजेंट टाइम में हम Google , Binge या Yahoo पर जिस भी साइट को लॉगिन करते है तो हमे फर्स्ट टाइम एकाउंट क्रिएट करना पड़ता है और उसके लिए मोबाइल नंबर और ईमेल वेरिफाई करने के लिए OTP फिलअप करना अनिवार्य  होता है । 



 ● OTP की जरूरत क्यों पड़ती है ? 

हम ये तो जान गए है की OTP होता क्या है मगर इसका इस्तेमाल क्यों होता है ? और इसकी जरूरत क्यों पड़ती है ? 

दोस्तों आजकल टेक्नोलॉजी इतनी एडवांस हो चुकी है की मोबाइल में घर बैठे-बैठे लाखो रुपयों का ट्रांजेक्शन चुटकी में हो जाता है । अगर किसी संस्था में रजिस्ट्रेशन करवाना है वो भी मोबाइल से हो जाता है । ये सब काम में जोखिम कितना है ? ये सब यूजर आईडी और पासवर्ड के जरिए होता हैं मगर ये दो चीज किसी ने पता कर लिए तो ? ये बात आपको पता है मगर इन्टरनेट को थोड़ी पता रहेगा । इसी कड़ी मे इंटरनेट का नया फीचर हैं OTP । अगर यूजर नाम और पासवर्ड किसी को पता भी चल गया तो उसको सत्यापन के लिए यूजर के मोबाइल पर आए OTP को वेरिफाई करना पड़ेगा । आजकल ciber crime और hacking जेसी सामाजिक असुविधा बढ़ती ही जा रही हैं और ऐसे में आम आदमी को कोई नुकसान नहीं झेलना पड़े इसलिए OTP इंटरनेट की दुनिया में एहम और महत्त्वपूर्न पहल है ।



नई - नई तकनीक और बढ़ते साइबर क्राइम की दुनिया को देखते हुए तो यही लगता है आज हम जिस आजादी से इंटरनेट का प्रयोग कर रहें है । भविष्य में इन्टरनेट उसे करने क्रिया भी एक सीमा निर्धारित कर दी जाएंगी और रिस्ट्रिक्शंस बड़ा दी जाएंगी । फ्यूचर मे दुनिया फास्ट और एडवांस जरूर हो जाएंगी मगर HACKING और CIBER CRIME का आतम होना तय है । तब Banking Services उतनी सेफ नहीं रहेगी जितनी आज है । इसलिए तो बैंक और इंटरनेट हमे बार - बार सचेत करता है और अवेयर रहने और OTP , Pin, Password , username और पर्सनल इनफॉर्मेशन शेयर न करने के लिए आगाह करते रहते है । 


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